Writes : Amit khas Chettri
नागराकाटा २७ नवंबरः सोमबार सुबह को चंपरामारी रेलगेट निकट रेल पटरी के सामने एक दतैल हाथि को देखा गया । हाथी को देखने के लिए देखते ही देखते पर्यटकों का काफि भिड जम गया था । दतैल हाथी लगभथ १५ मिनट तक रेलवे पटरी पर चल फिर करता है । बाद में जंगल में प्रवेश कर लेता है । उस समय कोई भी ट्रेन पटरी में नहीं था जिस के कारण रेल यातायात में कुुछ बाधा नहीं हुवा । फिर भी यहा पर रोज रेलवे पटरी के निकट इस तरह का घटना घटता रहता है । कभी कभी पटरी के उपर चले आता है और ट्रेन चलाचल बाधित करता है तो कभी चलती ट्रेन को धक्का भी देता है ।
गौरतलब है की नागराकाटा जलढाका सेतु में कुछ वर्ष पहले रेल की चपेट में आने से एक ही बार में ८ हाथी का मृत्यु हो गया था । इस घटना के बाद उस इलाके से समस्त ट्रेन १० से १५ किमी. कि गती में चलती है । गोरुमारा नर्थ रेंज चंपरामारी अभरण्य में प्राय लगभग ८ किलोमिटर घना जंगल में रेल लाईन में अवस्थित है । इस इलाके में प्रतिदिन २० से २५ बार हाथी रेल पटरी आर और पार करती है । जलढाका रेल सेतु के सामने एक वाच टावर बनाया गया है । हाथी रेल पटरी के उपर उठते ही वन विभाग के माध्यम से रेल विभाग में इसकी सुचना चलि जाती है । फिर हाथी होने की खबर रेल विभाग के और रेल चालक को दिया जाता है और चालक सावधानी से रेल को इस इस रास्ते से पार करते है ।
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